श्रीनगर.नेशनल काॅन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने पुलवामा हमले और भारत के मिशन शक्ति पर सवाल उठाए। उन्हाेंने दावा किया कि असली मुद्दाें से ध्यान हटाने के लिए मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ युद्ध जैसे हालात पैदा किए। श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओंकी सभा में कहा कि छत्तीसगढ़ में कितने जवानशहीद हुए, मोदी कभी फूल चढ़ाने गए? पुलवामा में 40 जवान शहीद हुए, जिसे लेकर मुझे कई संदेह हैं, माेदी ने तूफान खड़ा कर दिया। पाकिस्तान पर हमले का प्रयास किया।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”मिशन शक्ति का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जाता है। वो मिसाइल जो सैटलाइट को मारने के लिए छोड़ा था, उसे मनमोहन सिंह ने ही तैयार कराया था। लेकिन चुनाव में दिखाने के लिए, हनुमानजी तशरीफ लाए और बटन दबाया।”
गलत बटन दबा और हेलिकॉप्टर क्रैश: फारुक
फारूक ने कहा कि एक बटन गलत दब गया और कश्मीर में हेलिकॉप्टर गिर गया। इसमें हमारे छह जवान शहीद हो गए और एक नौजवान की भी जान चली गई। फारुक 27 फरवरी को बड़गाम में वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर के क्रैश होने का जिक्र कर रहे थे। हादसे के 32 दिन बाद भी हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स नहीं मिल पाया है। वायुसेना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है कि हेलिकॉप्टर क्रैश होने से पहले भारत की ओर से एक मिसाइल दागी गई थी। वायुसेना अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने पर ही हादसे को लेकर स्थिति साफ हो पाएगी।
370 खत्म तो भारत और कश्मीर का रिश्ता भी खत्म: महबूबा
दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर अनुच्छेद 370 खत्म तो कश्मीर और भारत का रिश्ता भी खत्म हो जाएगा। महबूबा का यह बयान अनुच्छेद 35ए पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की टिप्पणी के बाद आया। जेटली ने गुरुवार काे कहा था कि अनुच्छेद 35ए जम्मू-कश्मीर के आर्थिक विकास में बाधक है।
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