राजधानी हरियाणा/रोहतक.भिवानी, करनाल, कुरुक्षेत्र, झज्जर सहित अन्य जिलों में हाल ही में हुए मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद हालात बिगड़ने से एक दर्जन से ज्यादा मरीजों पर आंखों की रोशनी जाने और दिमाग तक इंफेक्शन फैलने का खतरा बना हुआहै। रोहतक पीजीआई रेफर हाेकर आए 38 मरीजाें में से 19 के दाेबारा ऑपरेशन किए गए हैंऔर 19 काे निगरानी में रखा गया है।
रोहतक पीजीआई के डायरेक्टर रोहताश सिंह यादव ने बताया कि हालात बिगड़ने पर बाकी मरीजों के भी ऑपरेशन किए जाएंगे। मरीजों को चेताया गया है कि पस साफ करने के बाद भी नजर वापस आने की संभावना कम है। संक्रमण दूसरी आंख में व दिमाग में फैल सकता है और आंख निकालनी पड़ सकती है। भिवानी में ऑपरेशन के दाैरान प्रयाेग की गई दवा, विस्काे इलास्टिक व रिंगर इलेक्ट्राॅट के सैंपल लिए गए हैं। जांच के लिए निदेशालय से तीन सदस्यीय कमेटी रोहतक पीजीआई भेजी गई। स्वास्थ्य विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा ने इस बैच की अन्य जगह पहुंची दवाइयों को सीज करने के आदेश दे दिए हैं।
स्यूडोमोनास इंफेक्शन से दिमाग पर असर का भी खतरा
अब तक माइक्रोबायोलॉजी लैब में 14 कल्चर की जांच करवाई गई है। इनमें से अभी तक 6 की रिपोर्ट आई है। इनमें से 5 मरीजों की आंखों में स्यूडोमोनास इंफेक्शन पाया गया है, एक की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह काफी खतरनाक इंफेक्शन होता है। इससे दिमाग पर भी असर पड़ता है। अांखें निकालने की भी नौबत आ सकती है।
इन जिलों में बिगड़े हालात
- कुरुक्षेत्र में 132 लोगों के ऑपरेशन हुए जिनमें से 24 की रोशनी प्रभावित हुई। सभी मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई से डिस्चार्ज किया जा चुका है।
- भिवानी में 496 ऑपरेशन हुए। 35 को रोशनी प्रभावित हुई। सभी को रोहतक पीजीआई भर्ती कराया गया है। झज्जर का एक और करनाल के दो मरीज हैं।
^हां, मुझे ऑपरेशन से लोगों को दिक्कत की सूचना मिली थी। जांच आदेश दिए हैं। हमारी प्राथमिकता पहले लोगों की रोशनी बचाना है। -अनिल विज, स्वास्थ्य मंत्री
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