नेशनल डेस्क। लोकसभा चुनाव 2019 पास है। 11 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होना है। ऐसे में मिलिए भारत के एक ऐसे शख्स से, जो खुद को ‘ऑल इंडिया इलेक्शन किंग’ कहता है। इसकी वजह भी खास है, क्योंकि ये आज तक 170 चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन किसी भी चुनाव में सफलता हाथ नहीं लगी। इनकी हार ने भी एक रिकॉर्ड काम किया। इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘भारत के सबसे असफल उम्मीदवार’ के रूप में भी दर्ज हो चुका है।
डॉ. पद्मराजन ने को कहा जाता है सबसे असफल उम्मीदवार
तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले डॉ. पद्मराजन ने साल 1988 में पहली बार चुनाव लड़ने के लिए मैदान में कदम रखा, लेकिन इसमें उन्हें जीत हासिल नहीं हुई। इसके बाद वह लगातार चुनावी दंगल में उतरते रहे और हारते रहे. डॉ. के पद्मराजन अभी तक 170 चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन 60 साल के पद्मराजन एक भी चुनाव नहीं जीत पाए। इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘भारत के सबसे असफल उम्मीदवार’ के रूप में भी दर्ज हो चुका है। डॉ. पद्मराजन एक होम्योपैथिक डॉटक्र हैं, जो बाद में बिजनेसमैन बन गए। वे स्थानीय चुनावों से लेकर लोकसभा चुनावों तक में अपना हाथ आजमा चुके हैं. यही नहीं, वे राष्ट्रपति पद के लिए होने वाला चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन यहां भी असफल हुए। तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले डॉ. पद्मराजन कहा कहना कि अगर वो अब चुनाव जीते तो खुशी के मारे मर जाएंगे।
इन दिग्गजों के खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव
अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह,प्रणब मुखर्जी, एपीजे अब्दुल कलाम, जयललिता और एम करुणानिधि के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।
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