74 साल बाद दफनाए जाएंगे दूसरे विश्व युद्ध के दौरान बंदी बने 300 नाजी विरोधियों के अवशेष

1952 में हृदयाघात के कारण मारे गए स्टीव ने अपने शोध के लिए अधिकतर महिला लड़ाकों के शरीरों की चीरफाड़ की थी और उसके बाद वह नमूने लेकर इनके शरीरों का अंतिम क्रिया कर्म कर देते थे।