चंडीगढ़.राजनैतिक दलों द्वारा चौकीदारों के बारे में की जा रही टिप्पणियों से खफा चौकीदारों ने खुद ही सियासत में कूदने का फैसला किया है। अब वो लोकसभा चुनाव में 6 सीटों आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला और 3 अन्य सीटों से चुनाव लड़ेंगे।ये सभीलाल झंडा पेंडू चौकीदार यूनियन पंजाब (सीटू) के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे।
चौकीदारों का कहना है कि पिछले कुछ समय से उनके नाम पर सियासत की जा रही है। कुछ राजनैतिक दलों ने चौकीदारों को चोर कहकर संबोधित किया है, जो कि अपमानित करने वाला है। यह अपमान उन्हें रोजाना सहना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री को भी चौकीदारों की चिंता नहीं
लाल झंडा पेंडू चौकीदार यूनियन पंजाब (सीटू) का कहना है किप्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी ने भी खुद को चौकीदार कहने से पहले कभी यह तक नहीं देखा कि चौकीदारों की हालत क्या है और वो कैसा जीवन व्यतीत कर रहे हैं?उन्होंने कभी चौकीदारों के उत्थान के बारे में नहीं सोचा, लेकिन अब चुनाव केचलते खुद को देश का चौकीदार बताकर उन्होंने दूसरे राजनैतिक दलों को उनका अपमान करने का मौका दे दिया है।
बेटे बेटियों का घर से निकलना हुआ मुश्किल
- सीटू के प्रधान परमजीत सिंह नीलों, चेयरमैन अमरजीत सिंह के साथ अन्य चौकीदारों ने बुधवार कोचीफ इलेक्टोरलऑफिसर डॉ. एसके राजू से शिकायत की।ज्ञापन में कहा,”सियासत के लिए चौकीदारों का अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इन दिनों हर जगह चौकीदारों को चोर कहकर अपमानित किया जा रहा है।”
- “वहीं, दूसरे दल ने इस नारे कोअपना जुमला ही बना लिया है, जबकि इससे चौकीदार समुदाय का अपमान हो रहा है। चौकीदारों की हालत यह हो गई है कि उन्हें घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। उनके बेटे-बेटियों को देखकर लोग कहने लगे हैं, वो देखो चौकीदार की बेटी।”
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