राहुल गांधी ने कहा- हमारे घोषणापत्र में किसी एक आदमी की नहीं बल्कि जनता की आवाज होगी


नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस केनेतृत्व में यूपीए की सत्ता में वापसी होगी। जनता ने नरेंद्र मोदी की झूठे वादों वाली राजनीति को नकार दिया है। गांधी ने बताया कि पार्टी ने देशभर में विचार-विमर्श करने के बाद अपना घोषणापत्र तैयार किया है। इसमें किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि जनता की आवाज होगी। जहां हर समस्या को लेकर बात की गई है।

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी।

राहुल गांधी ने कहा- हमारे घोषणापत्र में किसी एक आदमी की नहीं बल्कि जनता की आवाज होगी


नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस केनेतृत्व में यूपीए की सत्ता में वापसी होगी। जनता ने नरेंद्र मोदी की झूठे वादों वाली राजनीति को नकार दिया है। गांधी ने बताया कि पार्टी ने देशभर में विचार-विमर्श करने के बाद अपना घोषणापत्र तैयार किया है। इसमें किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि जनता की आवाज होगी। जहां हर समस्या को लेकर बात की गई है।

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एयरस्ट्राइक के महीनेभर बाद पाक सेना ने पत्रकारों दिखाई वो जगह, जहां भारत ने बरसाए थे 1 हजार किलो बम


इंटरनेशनल डेस्क. पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के करीब महीने भर बाद पाकिस्तानी आर्मी ने पत्रकारों के एक दल को वो जगह दिखाई जहां इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पत्रकारों के इस दल का ये दौरा 28 मार्च को हुआ था। इसके जरिए पाकिस्तान ने ये बताने की कोशिश की है कि भारत की एयर स्ट्राइक से उसे कुछ भी नुकसान नहीं हुआ था। हालांकि पत्रकारों को केवल उन्हीं जगहों को दिखाया गया, जहां पाक सेना उन्हें लेकर गई।

– सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वहां मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के मदरसे में अब भी 300 से ज्यादा बच्चे मौजूद हैं। पाक आर्मी ने ना केवल पत्रकारों को उन बच्चों से मिलने दिया बल्कि उनका वीडियो भी बनाने दिया।
– ये इलाका अब भी पाक सेना की फ्रंटियर कॉर्प की सुरक्षा में है, जो कि पाकिस्तान की अद्धसैनिक बलों की एक टुकड़ी है। सूत्र के मुताबिक, ‘पत्रकारों को हेलिकॉप्टर के जरिए लोकेशन पर ले जाया गया था, जहां उन्हें मदरसे के बच्चों से भी मिलवाया गया, साथ ही उनका वीडियो बनाने का मौका भी दिया गया।’
– खुफिया सूत्रों के मुताबिक 28 मार्च को पत्रकार सुबह 10 बजे से दोपहर करीब 3 बजे तक तक घटनास्थल पर मौजूद रहे। बता दें कि 14 फरवरी को हुए पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। सरकारी दावे के मुताबिक इस कार्रवाई में जैश के करीब 300 आतंकी मारे गए थे।

कोई नुकसान नहीं होने का दावा करता रहा है पाक

– पाकिस्तान अबतक कहता आया है भारत के हमले में उसे कोई नुकसान नहीं हुआ था। लेकिन इसके बावजूद उसने पिछले एक महीने से इस इलाके में कड़ी सुरक्षा करते हुए यहां बाहरी लोगों के घुसने पर रोक लगा रखी थी।
– मीडिया एजेंसी रॉयटर्स की टीम ने 28 फरवरी से लेकर 8 मार्च के बीच तीन बार बालाकोट में जाने की कोशिश की, लेकिन तीनों ही बार उन्हें पाक सेना ने मना कर दिया। पाक सेना ने कभी खराब मौसम का हवाला दिया तो कभी सुरक्षा कारणों का।
– उधर हाल ही में पाकिस्तान ने पुलवामा हमले में किसी तरह का हाथ होने से जुड़े सबूत नहीं मिलने का दावा किया है। उसके मुताबिक भारत ने जिन 22 स्थानों के बारे में बताया था, वहां पर कोई आतंकवादी शिविर नहीं हैं।
– इसके साथ ही उसने कहा है कि अगर भारत सरकार की ओर से कोई गुजारिश आती है, तो पाकिस्तान इन जगहों का दौरा करने की अनुमति देने को तैयार है। पुलवामा हमले को लेकर 54 लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है, पर अभी तक हमले से किसी के संबंध के बारे में पता नहीं चला है।

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A month after IAF air strike, Pakistan army takes team of journalists to Balakot

एयरस्ट्राइक के महीनेभर बाद पाक सेना ने पत्रकारों दिखाई वो जगह, जहां भारत ने बरसाए थे 1 हजार किलो बम


इंटरनेशनल डेस्क. पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के करीब महीने भर बाद पाकिस्तानी आर्मी ने पत्रकारों के एक दल को वो जगह दिखाई जहां इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पत्रकारों के इस दल का ये दौरा 28 मार्च को हुआ था। इसके जरिए पाकिस्तान ने ये बताने की कोशिश की है कि भारत की एयर स्ट्राइक से उसे कुछ भी नुकसान नहीं हुआ था। हालांकि पत्रकारों को केवल उन्हीं जगहों को दिखाया गया, जहां पाक सेना उन्हें लेकर गई।

– सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वहां मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के मदरसे में अब भी 300 से ज्यादा बच्चे मौजूद हैं। पाक आर्मी ने ना केवल पत्रकारों को उन बच्चों से मिलने दिया बल्कि उनका वीडियो भी बनाने दिया।
– ये इलाका अब भी पाक सेना की फ्रंटियर कॉर्प की सुरक्षा में है, जो कि पाकिस्तान की अद्धसैनिक बलों की एक टुकड़ी है। सूत्र के मुताबिक, ‘पत्रकारों को हेलिकॉप्टर के जरिए लोकेशन पर ले जाया गया था, जहां उन्हें मदरसे के बच्चों से भी मिलवाया गया, साथ ही उनका वीडियो बनाने का मौका भी दिया गया।’
– खुफिया सूत्रों के मुताबिक 28 मार्च को पत्रकार सुबह 10 बजे से दोपहर करीब 3 बजे तक तक घटनास्थल पर मौजूद रहे। बता दें कि 14 फरवरी को हुए पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। सरकारी दावे के मुताबिक इस कार्रवाई में जैश के करीब 300 आतंकी मारे गए थे।

कोई नुकसान नहीं होने का दावा करता रहा है पाक

– पाकिस्तान अबतक कहता आया है भारत के हमले में उसे कोई नुकसान नहीं हुआ था। लेकिन इसके बावजूद उसने पिछले एक महीने से इस इलाके में कड़ी सुरक्षा करते हुए यहां बाहरी लोगों के घुसने पर रोक लगा रखी थी।
– मीडिया एजेंसी रॉयटर्स की टीम ने 28 फरवरी से लेकर 8 मार्च के बीच तीन बार बालाकोट में जाने की कोशिश की, लेकिन तीनों ही बार उन्हें पाक सेना ने मना कर दिया। पाक सेना ने कभी खराब मौसम का हवाला दिया तो कभी सुरक्षा कारणों का।
– उधर हाल ही में पाकिस्तान ने पुलवामा हमले में किसी तरह का हाथ होने से जुड़े सबूत नहीं मिलने का दावा किया है। उसके मुताबिक भारत ने जिन 22 स्थानों के बारे में बताया था, वहां पर कोई आतंकवादी शिविर नहीं हैं।
– इसके साथ ही उसने कहा है कि अगर भारत सरकार की ओर से कोई गुजारिश आती है, तो पाकिस्तान इन जगहों का दौरा करने की अनुमति देने को तैयार है। पुलवामा हमले को लेकर 54 लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है, पर अभी तक हमले से किसी के संबंध के बारे में पता नहीं चला है।

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A month after IAF air strike, Pakistan army takes team of journalists to Balakot

मोदी ने नायडू को यू-टर्न बाबू बताया, कहा- हमने हिसाब मांगा तो वे एनडीए से बाहर हो गए


नई दिल्ली.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान में शुक्रवार को ओडिशा के कोरापुट, तेलंगाना के महबूबनगर और आंध्र के करनूल में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने तीनों राज्यों की सरकारों और मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधा। मोदी ने करनूल में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को यू-टर्न बाबू बताया। उन्होंने कहा कि नायडू ने राज्य के विकास को दरकिनार कर दिया।

मोदी ने कहा, आंध्र के लोगों को पता है कि किसके खजाने भरे गए। चौकीदार ने जैसे ही हिसाब मांगा,यूटर्न बाबू ने आंध्र के विकास से यूटर्न ले लिया और एनडीए से बाहर हो गए। मोदी ने कहा कि आंध्र के विकास के लिए डबल इंजन वाली सरकार की जरूरत है। राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार होनी चाहिए।

भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम: मोदी

महबूबनगर में उन्होंनेकहा कि देश के गरीबों के साथ गद्दारी कर रहे लोग अब वैज्ञानिक, सेना और नौजवानों का अपमान कर रहे हैं। भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम है। यहां की सरकार ने मुझे तेलंगाना में काम नहीं करने दिया।

मोदी ने कोरापुट मेंकहा, ”ओडिशा के विकास के लिए आपके सेवक ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। दो दिन पहले ही ओडिशा एक ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि का गवाह बना, जिसने पूरी दुनिया को भारत की ताकत से परिचय कराया। भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम है। जब नीयत साफ होती है, तो अंतरिक्ष में भी सफलता तय होती है। ये नए भारत के नए आत्मविश्वास की ताकत है। इस पर पूरा देश गर्व कर रहा है। जिन्हें भारत की यह उपलब्धि छोटी नजर आती है उनकी कथनी और करनी को भी पूरा देश देख रहा है। सात दशकों से गरीबों के साथ गद्दारी कर रहे लोग अब इतना बौखला गए हैं कि देश के वैज्ञानिक, सेना और नौजवानों का आए-दिन अपमान करने लगे हैं।”

गरीबों का भला नहीं करना चाहती बीजद
साथियों हम देशभर की बड़ी पंचायतों में अस्पताल खोलने का काम कर रहे हैं। देशभर के 17 लाख गरीब मरीजों को आयुष्मान भारत का लाभ मिला है। लेकिन लाभ लेने वाले इन लोगों में ओडिशा का एक भी गरीब नहीं है। क्योंकि, यहां की सरकार आयुष्मान योजना से नहीं जुड़ रही। पता नहीं उनका क्या गणित है या ऐसा लगता है वोआपका भला नहीं करना चाहते। ओडिशा की सरकार इससे जुड़ जाती तो सिर्फ राज्य में ही नहीं बल्कि देश में कहीं भी उसे चिकित्सा की सुविधा मिल जाती। लेकिन ओडिशा सरकार को गरीबों की परवाह नहीं है।

किसानों को केंद्र की योजना से दूर रख रही राज्य सरकार
मोदी ने कहा, “जो खेल इन्होंने आपके स्वास्थ्य के साथ किया, वही खेल किसानों के साथ भी कर रहे हैं। पीएम किसान योजना के तहत हम 12 करोड़ गरीब किसानों कीमदद कर रहे हैं,लेकिन इसमेंउड़ीसा के एक भी किसान को इस योजना का लाभ नहीं मिला है। क्योंकि सरकार के पास लाभार्थी किसानों की सूची देने तक का समय नहीं है। किसानों के नाम पर यहां फर्जी लोगों को मदद देनेका सिलसिला चल रहा है। यह खेल बंद होने का समय आ गया है।”

कल भी तीन राज्यों में रैलियां की थीं

मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड के रुद्रपुर, उत्तरप्रदेश के मेरठ और जम्मू-कश्मीर के अखनूर से रैलियां की थीं। इन तीन क्षेत्रों में पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को मतदान होने हैं। मेरठ में मोदी ने विपक्ष के महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा और इसे महामिलावट बताया था। उन्होंने यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए हुए सपा, रालोद और बसपा के गठबंधन की तुलना ‘सराब’ से की। प्रधानमंत्री ने कहा था कि शराब इतनी बुरी चीज है कि लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देती है। पीएम ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को भी आड़े हाथों लिया और पूछा कि देश के सपूत चाहिए या सबूत?

ओडिशा में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव

चुनाव प्रचार के लिए मोदी 1 अप्रैल को कालाहांडी में भी रैली करेंगे। पिछले चुनाव में भाजपा को यहां की 21 में से सिर्फ एक सीट मिली थी। इस बार ओडिशा की पुरी सीट से भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा चुनाव लड़ेंगे। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं।

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pm modi live news update from koratput mehboobnagar karnool loksabha election 2019 campaign pm modi speech

मोदी ने नायडू को यू-टर्न बाबू बताया, कहा- हमने हिसाब मांगा तो वे एनडीए से बाहर हो गए


नई दिल्ली.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान में शुक्रवार को ओडिशा के कोरापुट, तेलंगाना के महबूबनगर और आंध्र के करनूल में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने तीनों राज्यों की सरकारों और मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधा। मोदी ने करनूल में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को यू-टर्न बाबू बताया। उन्होंने कहा कि नायडू ने राज्य के विकास को दरकिनार कर दिया।

मोदी ने कहा, आंध्र के लोगों को पता है कि किसके खजाने भरे गए। चौकीदार ने जैसे ही हिसाब मांगा,यूटर्न बाबू ने आंध्र के विकास से यूटर्न ले लिया और एनडीए से बाहर हो गए। मोदी ने कहा कि आंध्र के विकास के लिए डबल इंजन वाली सरकार की जरूरत है। राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार होनी चाहिए।

भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम: मोदी

महबूबनगर में उन्होंनेकहा कि देश के गरीबों के साथ गद्दारी कर रहे लोग अब वैज्ञानिक, सेना और नौजवानों का अपमान कर रहे हैं। भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम है। यहां की सरकार ने मुझे तेलंगाना में काम नहीं करने दिया।

मोदी ने कोरापुट मेंकहा, ”ओडिशा के विकास के लिए आपके सेवक ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। दो दिन पहले ही ओडिशा एक ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि का गवाह बना, जिसने पूरी दुनिया को भारत की ताकत से परिचय कराया। भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम है। जब नीयत साफ होती है, तो अंतरिक्ष में भी सफलता तय होती है। ये नए भारत के नए आत्मविश्वास की ताकत है। इस पर पूरा देश गर्व कर रहा है। जिन्हें भारत की यह उपलब्धि छोटी नजर आती है उनकी कथनी और करनी को भी पूरा देश देख रहा है। सात दशकों से गरीबों के साथ गद्दारी कर रहे लोग अब इतना बौखला गए हैं कि देश के वैज्ञानिक, सेना और नौजवानों का आए-दिन अपमान करने लगे हैं।”

गरीबों का भला नहीं करना चाहती बीजद
साथियों हम देशभर की बड़ी पंचायतों में अस्पताल खोलने का काम कर रहे हैं। देशभर के 17 लाख गरीब मरीजों को आयुष्मान भारत का लाभ मिला है। लेकिन लाभ लेने वाले इन लोगों में ओडिशा का एक भी गरीब नहीं है। क्योंकि, यहां की सरकार आयुष्मान योजना से नहीं जुड़ रही। पता नहीं उनका क्या गणित है या ऐसा लगता है वोआपका भला नहीं करना चाहते। ओडिशा की सरकार इससे जुड़ जाती तो सिर्फ राज्य में ही नहीं बल्कि देश में कहीं भी उसे चिकित्सा की सुविधा मिल जाती। लेकिन ओडिशा सरकार को गरीबों की परवाह नहीं है।

किसानों को केंद्र की योजना से दूर रख रही राज्य सरकार
मोदी ने कहा, “जो खेल इन्होंने आपके स्वास्थ्य के साथ किया, वही खेल किसानों के साथ भी कर रहे हैं। पीएम किसान योजना के तहत हम 12 करोड़ गरीब किसानों कीमदद कर रहे हैं,लेकिन इसमेंउड़ीसा के एक भी किसान को इस योजना का लाभ नहीं मिला है। क्योंकि सरकार के पास लाभार्थी किसानों की सूची देने तक का समय नहीं है। किसानों के नाम पर यहां फर्जी लोगों को मदद देनेका सिलसिला चल रहा है। यह खेल बंद होने का समय आ गया है।”

कल भी तीन राज्यों में रैलियां की थीं

मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड के रुद्रपुर, उत्तरप्रदेश के मेरठ और जम्मू-कश्मीर के अखनूर से रैलियां की थीं। इन तीन क्षेत्रों में पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को मतदान होने हैं। मेरठ में मोदी ने विपक्ष के महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा और इसे महामिलावट बताया था। उन्होंने यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए हुए सपा, रालोद और बसपा के गठबंधन की तुलना ‘सराब’ से की। प्रधानमंत्री ने कहा था कि शराब इतनी बुरी चीज है कि लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देती है। पीएम ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को भी आड़े हाथों लिया और पूछा कि देश के सपूत चाहिए या सबूत?

ओडिशा में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव

चुनाव प्रचार के लिए मोदी 1 अप्रैल को कालाहांडी में भी रैली करेंगे। पिछले चुनाव में भाजपा को यहां की 21 में से सिर्फ एक सीट मिली थी। इस बार ओडिशा की पुरी सीट से भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा चुनाव लड़ेंगे। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं।

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ये शख्स खुद को कहता है ‘ऑल इंडिया इलेक्शन किंग’, लेकिन चुनाव में इसने अपने कारनामों से बना दिया अनोखा रिकॉर्ड


नेशनल डेस्क। लोकसभा चुनाव 2019 पास है। 11 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होना है। ऐसे में मिलिए भारत के एक ऐसे शख्स से, जो खुद को ‘ऑल इंडिया इलेक्‍शन किंग’ कहता है। इसकी वजह भी खास है, क्‍योंकि ये आज तक 170 चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन किसी भी चुनाव में सफलता हाथ नहीं लगी। इनकी हार ने भी एक रिकॉर्ड काम किया। इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘भारत के सबसे असफल उम्‍मीदवार’ के रूप में भी दर्ज हो चुका है।

डॉ. पद्मराजन ने को कहा जाता है सबसे असफल उम्मीदवार
तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले डॉ. पद्मराजन ने साल 1988 में पहली बार चुनाव लड़ने के लिए मैदान में कदम रखा, लेकिन इसमें उन्‍हें जीत हासिल नहीं हुई। इसके बाद वह लगातार चुनावी दंगल में उतरते रहे और हारते रहे. डॉ. के पद्मराजन अभी तक 170 चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन 60 साल के पद्मराजन एक भी चुनाव नहीं जीत पाए। इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘भारत के सबसे असफल उम्‍मीदवार’ के रूप में भी दर्ज हो चुका है। डॉ. पद्मराजन एक होम्‍योपैथिक डॉटक्‍र हैं, जो बाद में बिजनेसमैन बन गए। वे स्‍थानीय चुनावों से लेकर लोकसभा चुनावों तक में अपना हाथ आजमा चुके हैं. यही नहीं, वे राष्‍ट्रपति पद के लिए होने वाला चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन यहां भी असफल हुए। तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले डॉ. पद्मराजन कहा कहना कि अगर वो अब चुनाव जीते तो खुशी के मारे मर जाएंगे।

इन दिग्‍गजों के खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव
अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह,प्रणब मुखर्जी, एपीजे अब्‍दुल कलाम, जयललिता और एम करुणानिधि के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।

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Dr K Padmarajan: The man who contested 170 elections

ये शख्स खुद को कहता है ‘ऑल इंडिया इलेक्शन किंग’, लेकिन चुनाव में इसने अपने कारनामों से बना दिया अनोखा रिकॉर्ड


नेशनल डेस्क। लोकसभा चुनाव 2019 पास है। 11 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होना है। ऐसे में मिलिए भारत के एक ऐसे शख्स से, जो खुद को ‘ऑल इंडिया इलेक्‍शन किंग’ कहता है। इसकी वजह भी खास है, क्‍योंकि ये आज तक 170 चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन किसी भी चुनाव में सफलता हाथ नहीं लगी। इनकी हार ने भी एक रिकॉर्ड काम किया। इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘भारत के सबसे असफल उम्‍मीदवार’ के रूप में भी दर्ज हो चुका है।

डॉ. पद्मराजन ने को कहा जाता है सबसे असफल उम्मीदवार
तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले डॉ. पद्मराजन ने साल 1988 में पहली बार चुनाव लड़ने के लिए मैदान में कदम रखा, लेकिन इसमें उन्‍हें जीत हासिल नहीं हुई। इसके बाद वह लगातार चुनावी दंगल में उतरते रहे और हारते रहे. डॉ. के पद्मराजन अभी तक 170 चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन 60 साल के पद्मराजन एक भी चुनाव नहीं जीत पाए। इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘भारत के सबसे असफल उम्‍मीदवार’ के रूप में भी दर्ज हो चुका है। डॉ. पद्मराजन एक होम्‍योपैथिक डॉटक्‍र हैं, जो बाद में बिजनेसमैन बन गए। वे स्‍थानीय चुनावों से लेकर लोकसभा चुनावों तक में अपना हाथ आजमा चुके हैं. यही नहीं, वे राष्‍ट्रपति पद के लिए होने वाला चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन यहां भी असफल हुए। तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले डॉ. पद्मराजन कहा कहना कि अगर वो अब चुनाव जीते तो खुशी के मारे मर जाएंगे।

इन दिग्‍गजों के खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव
अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह,प्रणब मुखर्जी, एपीजे अब्‍दुल कलाम, जयललिता और एम करुणानिधि के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।

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Dr K Padmarajan: The man who contested 170 elections

हाईकोर्ट ने सजा निलंबित करने की हार्दिक की मांग ठुकराई, लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे


गांधीनगर. कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। गुजरात हाईकोर्ट ने शनिवार को 2015 मेहसाणादंगा मामले में उनकी सजानिलंबित करनेसे इनकार कर दिया।

हार्दिक हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। माना जा रहा था किपार्टी उन्हें जामनगरसे टिकट दे सकती थी। हार्दिक पहले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951के मुताबिक, हार्दिक सजा के चलते लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

सेशन कोर्ट ने सुनाई थी दो साल की सजा
23 जुलाई 2015 को पाटीदार आरक्षण आंदोलन के वक्त मेहसाणा में दंगा हुआ था। दरअसल, मेहसाणा पाटीदार आंदोलन का गढ़ था और इसकी शुरुआत विसनगर की सभा से ही हुई थी। इसके बाद वहां के भाजपा विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में तोड़फोड़ की गई थी। कोर्ट ने इस मामले में हार्दिक पटेल, लालजी पटेल और एके पटेल को जुलाई 2018 में सेशन कोर्ट ने को दो-दो साल की सजा सुनाई थी। इस मामले में 14 आरोपियों को बरी कर दिया गया था। हालांकि, बाद में कोर्ट ने सभी दोषियों को जमानत दे दी।

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Lok Sabha Chunav 2019: Hardik Patel wont be able to contest the upcoming Lok Sabha Election

हाईकोर्ट ने सजा निलंबित करने की हार्दिक की मांग ठुकराई, लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे


गांधीनगर. कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। गुजरात हाईकोर्ट ने शनिवार को 2015 मेहसाणादंगा मामले में उनकी सजानिलंबित करनेसे इनकार कर दिया।

हार्दिक हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। माना जा रहा था किपार्टी उन्हें जामनगरसे टिकट दे सकती थी। हार्दिक पहले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951के मुताबिक, हार्दिक सजा के चलते लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

सेशन कोर्ट ने सुनाई थी दो साल की सजा
23 जुलाई 2015 को पाटीदार आरक्षण आंदोलन के वक्त मेहसाणा में दंगा हुआ था। दरअसल, मेहसाणा पाटीदार आंदोलन का गढ़ था और इसकी शुरुआत विसनगर की सभा से ही हुई थी। इसके बाद वहां के भाजपा विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में तोड़फोड़ की गई थी। कोर्ट ने इस मामले में हार्दिक पटेल, लालजी पटेल और एके पटेल को जुलाई 2018 में सेशन कोर्ट ने को दो-दो साल की सजा सुनाई थी। इस मामले में 14 आरोपियों को बरी कर दिया गया था। हालांकि, बाद में कोर्ट ने सभी दोषियों को जमानत दे दी।

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Lok Sabha Chunav 2019: Hardik Patel wont be able to contest the upcoming Lok Sabha Election