एडीआर की रिपोर्ट में खुलासा- लोकसभा के 83% सदस्य करोड़पति, 33% दागी


नई दिल्ली. चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा के मौजूदा 521 सांसदों में 83% करोड़पति हैं और 33% के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

रिपोर्ट 2014 के आम चुनाव में लोकसभा के लिए चुने गए 543 सदस्यों में 521 सांसदों के शपथपत्रों का विश्लेषण कर तैयार की गई है। जिन 521 मौजूदा सांसदों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया, उनमें 430 (83%) करोड़पति हैं। उनमें भाजपा के 227, कांग्रेस के 37 और अन्नाद्रमुक के 29 सांसद हैं।

33% सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैैं। इनमें से 106 ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले होने की घोषणा की है, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ना, अपहरण और महिला”के खिलाफ अपराध जैसे मामले शामिल हैं, जबकि 10 मौजूदा सांसदों ने हत्या से जुड़े मामले घोषित किए हैं। उनमें से चार सांसद भाजपा से हैं जबकि कांग्रेस, एनसीपी, एलजेपी, आरजेडी और स्वाभिमानी पक्ष से एक-एक सांसद हैं।

एक सांसद निर्दलीय है। रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा 14 सांसदों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास के मामलों की घोषणा की है। इनमें से आठ सांसद भाजपा के हैं। वहीं, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, आरजेडी, शिवसेना और स्वाभिमानी पक्ष के एक-एक सांसद हैं।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 14 मौजूदा सांसदों ने सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के अपने खिलाफ मामले होने की घोषणा की। उनमें से 10 सांसद भाजपा से हैं जबकि टीआरएस, पीएमके, एआईएमआईएम और एआईयूडीएफ के एक-एक सांसद हैं।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


83% of the Lok Sabha members millionaires

देवभूमि में देशभक्ति बड़ा मुद्दा; गंगा प्रदूषण, दरकते पहाड़ों का सिर्फ जिक्र


देहरादून/हरिद्वार (धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया).देवभूमि उत्तराखंड में रोजाना सूरज चढ़ने के साथ ही चुनावी गर्मी बढ़ रही है। करीब 53 हजार किलो मीटर के दायरे में फैला यह राज्य चुनावी रंग से सराबोर हो चुका है। तीन क्षेत्रों- कुमाऊं, गढ़वाल और मैदान… और पांच लोकसभा सीटों में बंटे राज्य का मिजाज दो आम चुनावों में एक तरफा रहा। 2009 में सभी पांचों सीट कांग्रेस तो 2014 में सभी सीट भाजपा ने जीतीं। इस बार की चुनावी तस्वीर अभी एकतरफा नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन शाह कहते हैं कि इस बार स्थानीय मुद्दे नदारद हैं। राष्ट्रवाद, चौकीदार और अन्य राष्ट्रीय मुद्दे यहां हावी दिखते हैं।

सबसे हॉट सीट नैनीताल है, यहां अंतिम समय में कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस से पर्चा भरा। रावत कांग्रेस महासचिव भी हैं। भाजपा ने यहां प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्‌ट को रावत के खिलाफ उतारा है। नैनीताल में रावत अगर सहयोगियों और टिकट के दावेदार जैसे नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा ह्रदयेश और पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल सिंह को साथ कर लेते हैं तो उनकी संभावनाएं बढ़ जाएंगी। 70 वर्षीय रावत के लिए यह चुनाव खुद को साबित करने का अहम मौका है, क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए उन्हें ही दोषी माना जाता है। मुख्यमंत्री रहते वे दो-दो विधानसभा से लड़े और हार गए थे। ऐसे में वे अगर फिर हार जाते हैं तो अागे की राजनीतिक राह कठिन हो जाएगी।

वरिष्ठ पत्रकार दिनेश जुयाल कहते हैं आमतौर पर उत्तराखंड लहर पर सवार रहता है और एकतरफा नतीजे देता है। बीते 16 आम चुनाव में नौ बार ऐसा हुआ कि एक ही पार्टी को पांचों सीटें मिलीं, इस बार ऐसा नहीं दिखता। हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ऐसा नहीं मानते। वे पांचों सीटें जीतने का दावा करते हैं। कहते हैं कि 55 साल पर 55 माह भारी हैं। देश को मजबूत नेतृत्व सिर्फ मोदी दे सकते हैं। उधर, जुयाल कहते हैं कि त्रिवेंद्र सरकार से लोग संतुष्ट नहीं है। पर मोदी ही यहां सबसे बड़ा मुद्दा हैं।

एक अन्य पूर्व सीएम और वर्तमान भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार से फिर से मैदान में हैं। यहां अंतिम समय तक कांग्रेस से हरीश रावत के उतरने की चर्चा चलती रही लेकिन टिकट उनके नजदीकी अंबरीश कुमार को मिला। हरिद्वार में गन्ना किसानों का बड़ा मुद्दा है। चीनी मिलों के बकाये से किसान नाराज हैं। मुजफ्फरनगर-हरिद्वार और हरिद्वार-देहरादून हाइवे के अधूरे काम को कांग्रेस मुद्दा बना रही है। अंबरीश कहते हैं कि यह कार्य कांग्रेस ने शुरू किए थे। पिछले पांच सालों से केंद्र और 2017 से सरकार ने कुछ नहीं किया। हरिद्वार में पहली बार मैदानी बनाम पहाड़ी का मुद्दा गरमा रहा है। अंबरीश कहते हैं कि हमने अपराध किया है क्या? मुख्यमंत्री पहाड़ से, सांसद पहाड़ से ऐसा कब तक चलेगा? उधर निशंक कहते हैं कि मैंने संसद में सर्वाधिक प्रश्न पूछे। इतने तो बीते 15 सांसदों ने नहीं पूछे होंगे। क्षेत्र में 5 हजार करोड़ के विकास कार्य हो रहे हैं।

राज्य में राष्ट्रीय मुद्दों की चर्चा हर ओर है लेकिन स्थानीय मुद्दे जैसे पहाड़ों पर खनन, पेड़ों के कटने और गंगा प्रदूषण का जिक्र ना के बराबर है। हरिद्वार के कनखल स्थित मातृ सदन में गंगा के लिए कार्य करने वाले ब्रह्मचारी दयानंद कहते हैं कि यह दु:ख का विषय है कि दल इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रहे। मातृ सदन में ही स्वामी सानंद (जीडी अग्रवाल) ने 111 दिन आमरण अनशन के बाद प्राण त्यागे थे। अब यहां लगातार 155 दिन से स्वामी आत्मबोधानंद जी गंगा नदी की स्वच्छता के लिए आमरण अनशन पर हैं। पौड़ी गढ़वाल में पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) बीसी खंडूरी के बेटे मनीष कांग्रेस से मैदान में हैं। मुकाबला भाजपा उम्मीदवार और खंडूरी के ही शिष्य तीरथ सिंह रावत से है।

इस सीट पर बीसी खंडूरी का असर है, चुनाव प्रचार के दौरान उनका रुख काफी कुछ तय करेगा। सीट पर करीब 80 हजार से अधिक पूर्व सैनिक, वीर नारियां और कार्यरत सैनिक हैं। अगर खंडूरी ने बेटे का साथ दिया तो उसकी राह आसान हो जाएगी। नहीं तो संभावना धूमिल हो जाएगी। इसकी एक वजह यह भी है कि यहां भाजपा और संघ का संगठन काफी मजबूत है। यह राज्य का सबसे बड़ा और पूर्ण रूप से पहाड़ी क्षेत्र है। टिहरी गढ़वाल सीट पर राजपरिवार की माला राज्यलक्ष्मी लगातार तीसरी बार मैदान में हैं। उनको कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह चुनौती दे रहे हैं। लगातार 4 बार से विधायक प्रीतम का यह पहला लोकसभा चुनाव है। विषम भूगोल वाली इस सीट पर प्रत्याशियों द्वारा कम समय में पूरे क्षेत्र में घूमना भी एक चुनौती है।

राजपरिवार के प्रति लोगों का लगाव राज्यलक्ष्मी के पक्ष में जाता है तो प्रीतम को पिता गुलाब सिंह की राजनीतिक विरासत का भी भरोसा है। जनजातीय इलाके चकराता, कालसी (विकास नगर) पर प्रीतम की पकड़ है। राज्य लक्ष्मी की पकड़ टिहरी, उत्तरकाशी और देहरादून में है। अल्मोड़ा में केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा का मुकाबला 2009 में सांसद रहे और अभी कांग्रेस से राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा से है। केंद्र में मंत्री रहते अजय ने क्षेत्र में विकास करवाया हैं, साथ ही एयर स्ट्राइक के कारण करीब 80 हजार से अधिक सैनिक वोटों का भरोसा भी उन्हें हैं। अजय फिलहाल बेहतर स्थिति में दिखाई दे रहे हैं।

रिजल्ट का ट्रेंड- दो चुनाव से एकतरफा नतीजे, 16 चुनाव में ऐसा 9 बार हुआ है

  • 2014 : भाजपा ने यहां सारी सीटें जीतीं।
  • 2009 : कांग्रेस ने सारी सीटें जीतीं। इस बार ऐसा होना मुश्किल माना जा रहा है।

गठबंधन की स्थिति
यहां सपा और बसपा का गठबंधन भी चुनाव में है। दो मैदानी सीटें हरिद्वार और नैनीताल-ऊधमसिंह नगर पर सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार मुस्लिम-दलित वोटों के सहारे मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में हैं। पौड़ी सीट पर सपा और बाकी सभी सीटों पर बसपा चुनाव लड़ रही है। बसपा हरिद्वार और नैनीताल सीट पर ही थोड़ा असर रखती है।

मुद्दों का गणित
यहां 12% वोट सैनिक परिवारों के हैं, इसलिए एयर स्ट्राइक और पाकिस्तान विरोध भी मुद्दा। राज्य की पौड़ी, टिहरी और अल्मोड़ा सीटों पर इनकी निर्णायक भूमिका। केंद्र सरकार में बड़ी भूमिका में उत्तराखंड के अधिकारी, पलायन, विकास और भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दा है। स्थानीय मुद्दे जैसे पहाड़ों पर बांध निर्माण, अवैध खनन, जंगल की कटाई और गंगा जैसे मुद्दों का सिर्फ जिक्र।

जातिगत समीकरण
उत्तराखंड में 75% से अधिक सवर्ण वोट हैं। यहां की हरिद्वार संसदीय सीट पर करीब 30% मुस्लिम वोट हैं। यहां मुख्यत: ब्राह्मण और राजपूत के बीच चुनाव होता है। वहीं अल्मोड़ा सीट सुरक्षित है।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


Patriotic big issue in the land of God, Ganga Pollution, only mention of Dakta Mountains


Patriotic big issue in the land of God, Ganga Pollution, only mention of Dakta Mountains


Patriotic big issue in the land of God, Ganga Pollution, only mention of Dakta Mountains

मोदी ने जो भी ‘डिमोनिटाइज’ किया, हमारी न्याय योजना उसे वापस लाएगी- राहुल


नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि हमारी न्याय योजना वह सबकुछ वापस लाएगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “डिमोनिटाइज’ किया है। उन्होंने कहा कि यह योजना भाजपा को तितर-बितर कर देगी। लोकसभा चुनाव से पहले एक साक्षात्कार में राहुल ने कहा- न्याय योजना के दो लक्ष्य हैं। पहला भारत के 20% गरीबों को पैसा देना और दूसरा मोदी ने जो डिमोनिटाइज किया है, उसे रिमोनिटाइज करना। राहुल ने न्यूनतम गारंटी योजना का ऐलान किया था। इसके तहत उन्होंने गरीब परिवारों को हर महीने 12 हजार रु. न्यूनतम आय देने का वादा किया था। उन्होंने इस योजना को न्याय नाम दिया है।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


Congress President Rahul gandhi says nyay yojna remonetise what Modi demonetised

जिन लोगों की कम कमाई, उनके लिए LIC ने लॉन्च किया नया प्लान : हर दिन महज 28 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा इतना फायदा, जानिए पूरी डिटेल


न्यूज डेस्क। लाइफ कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने माइक्रोइंश्योरेंस प्लान ‘LIC माइक्रो बचत’ लॉन्च किया है। एलआईसी अधिकारियों के मुताबिक, यह प्रोटेक्शन और सेविंग का कॉम्बीनेशन है। यह प्लान आकस्मिक मौत होने पर फैमिली को फाइनेंशियल सपोर्ट देगा। साथ ही पॉलिसी के मैच्चोयर होने पर एकमुश्त राशि प्रदान करेगा। जानिए इस प्लान से जुड़ी पूरी डिटेल।

मिनिमम कितने रुपए का प्लान लेना होगा?
– मिनिमम बेसिक सम अश्योर्ड (न्यूनतम बीमित राशि) 50,000
– मैक्सिमम बेसिक सम अश्येार्ड (अधिकतम बीमित राशि) 2,00,000

कौन ले सकता है प्लान?
– कोई भी शख्स जो शारीरिक तौर पर स्वस्थ्य हो, वह इसके लिए अप्लाई कर सकता है
– प्लान लेने के लिए 18 साल की उम्र पूरी करना जरूरी
– 55 साल से ज्यादा उम्र है तो नहीं कर सकते अप्लाई
– 5 हजार के मल्टीपल में बीएसए अवेलेबल
– किसी मेडिकल एग्जामिनेशन की जरूरत नहीं

कितने साल का होगा पॉलिसी टर्म?
– पॉलिसी टर्म 10 से 15 साल का होगा।
– प्रीमियम ईयरली, हाफ ईयरली, क्वाटरली और मंथली दी जा सकती
– सभी प्रकार के प्रीमियम के भुगतानों के लिए एक महीने की लेकिन 30 दिनों से कम नहीं की, एक छूट अवधि की अनुमति होगी।

हजार रुपए बेसिक सम अश्योर्ड (बीमित राशि) हो तो कितना होगा प्रीमियम चार्ज से समझें

उम्र 10 (अवधि) 12 15
18 85.45 68.25 51.50
25 85.55 68.35 51.60
35 85.90 68.80 52.20
45 87.60 70.75 54.50
55 91.90 75.40 59.80

ऐसे समझें गणित
– यदि किसी सब्सक्राइबर ने 35 साल की उम्र अगले 15 सालों के लिए इस पॉलिसी को लिया है तो उसे सालाना 52.20 रुपए (1 हजार रुपए बीमित राशि पर) प्रीमियम जमा करना होगा।
– इसी तरह यदि कोई 2 लाख रुपए की बीमित राशि लेता है तो उसे सालाना 52.20 x 100 x 2 यानी 10,400 जमा करना होंगे।
– यानी हर दिन करीब 28 रुपए और महीनेभर में 864 रुपए का प्रीमियम जमा करना होगा।
– प्रीमियम कितना होगा, यह इस बात पर डिपेंड करेगा कि आपने कितनी उम्र में पॉलिसी ली है और कौन सा प्लान चुना है। एलआईसी के मुताबिक यह 2524 रुपए से लेकर 17612 रुपए सालाना तक हो सकता है।

प्रीमियम 2524 रुपए से लेकर 17,612 तक

– आप जो पॉलिसी चुनेंगे उसके हिसाब से एनुअल प्रीमियम जमा करना होगा। प्रीमियम 2524 रुपए वार्षिक से लेकर 17,612 रुपए सालाना तक हो सकता है। मैच्योरिटी बेनिफिटी क्या हैं
– बीमित व्यक्ति यदि पॉलिसी टर्म को पूरा करता है और उस पर किसी तरह का भुगतान बाकी नहीं रहता तो मैच्योरिटी पर पूरा पैसा मिलेगा। साथ ही लॉयल्टी एडिशन मिलेगा।

बीमित राशि के साथ लॉयल्टी एडिशन मिलेगा
– इसी तरह यदि पॉलिसी टर्म के दौरान बीमित व्यक्ति की डेथ हो जाती है और उसने सभी पुराने भुगतान किए हैं तो इस तरह से भुगतान होगा…
– पहले 5 साल में डेथ होने पर डेथ पर मिलने वाली बीमित राशि मिलेगी।
– यदि पॉलिसी के 5 साल पूरे होने लेकिन मैच्योरिटी तारीख के पहले डेथ हो जाती है तो डेथ पर मिलने वाली बीमित राशि के साथ लॉयल्टी एडिशन मिलेगा।
– मत्यु पर बीमित राशि का क्या मतलब : 1) सालाना प्रीमियम का 10 गुना या 2) मैच्योरिटी वाली बीमित राशि या 3) मृत्यु पर भुगतान की जाने वाली पूरी राशि।
– डेथ बेनीफिट मृत्यु की तारीख तक जमा किए गए कुल भुगतान का 105% से कम नहीं होगा।
– बीमित व्यक्ति की यदि पॉलिसी टर्म के दौरान मौत हो जाती है, और उसने पुराने सभी भुगतान किए हैं तो बची हुई पूरी राशि एलआईसी की तरफ से भरी जाएगी।
– पहले 5 साल में डेथ होती है तो मृत्यु पर बीमित राशि देय होगी।

लोन फेसिलिटी
– 3 साल तक प्रीमियम भरने के बाद सब्सक्राइबर इस पॉलिसी के जरिए लोन ले सकेंगे।
– इस स्कीम में इन्वेस्टमेंट करने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स बेनीफिट मिलेगा।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


lic new micro insurance plan

1,000 रेलवे स्टेशनों पर अब फ्री वाई-फाई जोन, साल के अंत तक बाकी स्टेशन भी होंगे शामिल


नई दिल्ली. देशभर में मौजूद 1,000 रेलवे स्टेशनों पर अब यात्रियों के लिएफ्री वाई-फाई जोन की सुविधा उपलब्ध होगी। रेलवे मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाले रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के द्वारा यह काम किया गया है।रेलटेल ने यह प्रोजेक्ट 2016 में महाराष्ट्र के मुंबई सेंट्रल स्टेशन से शुरू किया था। यह पहला स्टेशन था, जहां फ्री रेलवायर वाई-फाई जोन बना।दो साल तीन महीने के बादरेलटेल ने 1,000 स्टेशनों को इस सुविधा से लैस बनाया।मुंबई में सेंट्रल रेलवे का रे रोड स्टेशन 1,000 वां स्टेशन होगा, जहां फ्रीवाई-फाई जोन होगा।

साल के अंत तक छोटे स्टेशनों भी जुड़ेंगे

विभाग के द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, ”रेलटेल भविष्य में इस नेटवर्क को और बढ़ाएगा। हाल ही में रेलटेल ने देशभर में मौजूद बी, सी, डी और ई वर्ग के 4791 स्टेशनों पर वाई-फाई लगाने के लिए टाटा ट्रस्ट को साथ में लिया है। इन स्टेशनों पर फ्री हाईस्पीड रेलवायर वाई-फाई जोन इस साल के अंत तक बन जाएगा। इसके बादसभी स्टेशन फ्री हाईस्पीड वाई-फाई की सुविधा से लैस होंगे।यह बेहद छोटे स्टेशन हैं जो ग्रामीण और कम आबादी वाले इलाकों में मौजूद हैं।”

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


प्रतीकात्मक फोटो।

सेंसेक्स 413 अंक की बढ़त के साथ 38546 पर बंद, आईटी कंपनियों के शेयरों में 4% तक बढ़त


मुंबई. शेयर बाजार में गुरुवार को जोरदार तेजी आई। सेंसेक्स 412.84 अंक की बढ़त के साथ 38,545.72 पर बंद हुआ। निफ्टी की क्लोजिंग 124.95 प्वाइंट ऊपर 11,570 पर हुई।विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी निवेशकों की खरीदारीसे बाजार में तेजी आई।

आईटी और रिएलिटी सेक्टर के शेयरों में अच्छी खरीदारी हुई। एचसीएल टेक के शेयर में 4% तेजी आई। इन्फोसिस ने 1.30% बढ़त के साथ कारोबार खत्म किया।

सेंसेक्स के 30 में से 24और निफ्टी के 50 में से 37शेयरबढ़त में रहे। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो बीएसई के आईटी, टेक और रिएलिटी इंडेक्स में 1.63% तक की तेजी आई।

शेयरखान के हेड (एडवाइजरी) हेमंग जानी का मानना है कि मार्च फ्यूचर एंड ऑप्शन (एफएंडओ) सीरीज की एक्सपायरी (शुक्रवार) से पहले बाजार में अस्थिरता रह सकती है। आगे आम चुनाव से जुड़े अपडेट बाजार के लिए अहम होंगे।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


Stock Market Update: Sensex jumps 200 pts, IT-realty stock gain on Thursday 28 March

पाकिस्तान ने कहा- भारत की बताई 22 जगहों पर कोई आतंकी कैंप नहीं मिला


इस्लामाबाद.पुलवामा हमले में जैश का हाथ होने के और ज्यादा सबूत मांगने के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि हमें भारत की बताई 22 जगहों पर कोई आतंकी कैंप नहीं मिला है। पाकिस्तान ने बुधवार को शुरुआती जांच की जानकारियां इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त से साझा की थीं। इससे पहलेभारत ने 27 फरवरी को दिल्ली में पाक उच्चायुक्त को पुलवामा हमले के संबंध में डॉजियर सौंपा था। भारत ने बालाकोट समेत पीओके की 22 जगहों पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप होने के सबूत भी दिए थे।

पाकने कहा कि उन्होंने भारत द्वारा बताई गई 22 जगहों पर जांच की, लेकिन उन्हें वहां कोईआतंकी कैंप नहीं मिला। अगर भारत हमसे कहेगा तो उसे इन जगहों का दौरा करने और निरीक्षण की इजाजत दे सकते हैं।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


पाकिस्तान का बालाकोट शहर।

राजनाथ सिंह ने कहा- पर्रिकर की दो एयर स्ट्राइकों में भी अहम भूमिका थी


पणजी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की शोक सभा में शामिल हुए। इस दौरान राजनाथ ने कहा कि पर्रिकर नेसर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाई और ऑपरेशन पर पूरी रात नजर रखी। लेकिन आपको यह पता नहीं होगाकिदो एयर स्ट्राइकों में भी उनकीअहम भूमिका थी।

सिंह ने कहा,उरी में आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हम 2 या 3 लोगों को बुलाया था। पर्रिकरजी के चेहरे पर गुस्सा साफ नजर आ रहा था।

पर्रिकर के कार्यकाल मेंसेना नेकी थी सर्जिकल स्ट्राइक

17 मार्च को पर्रिकर का निधन हो गया था। वे एक साल से पैंक्रियाटिक कैंसर से पीड़ित थे। वह चार बार मुख्यमंत्री रहे। एनडीए के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया था। पर्रिकर के कार्यकाल में 18 सितंबर 2016 को आतंकियों नेउरी में आर्मी कैंप पर हमला किया था। इसके बाद सेना ने 29 सितंबर 2016 कोपीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। यहां आतंकी कैम्पों को तबाह कर दिया था।

पुलवामा हमले के बाद पाकमें की थी एयरस्ट्राइक

पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी। इसमें आतंकी संगठनजैश-ए-मोहम्मद के कई ट्रैनिंग कैम्प भी तबाह हो गए थे।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


राजनाथ सिंह गुरुवार को मनोहर पर्रिकर की शोक सभा में शामिल हुए।

अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन बातचीत कर रही थीं प्रियंका, इसी दौरान पूछ लिया ये सवाल



नेशनल डेस्क. लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत एक अप्रैल से हो रही है। वहीं कांग्रेस भी मिशन 2019 में जुट गई. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी यूपी में अड्डा जमाए हुई हैं। बुधवार को वो इसी सिलसिले में अमेठी पहुंचीं। प्रियंका गांधी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन बातचीत कर रही थीं बातचीत के बीच में ही उन्होंने एक कार्यकर्ता से पूछ लिया कि तैयारी कैसी चल रही है फिर उन्होंने आगे कहा कि ये वाली नहीं 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी।न्यूज़ एजेंसी ANI ने प्रियंका गांधी की बातचीत का वीडियो शेयर किया। जिसमें प्रियंका गांधी कार्यकर्ता से चुनाव की तैयारी को लेकर सवाल पूछते हुए साफ नजर आ रही है ये पूरा वाकया अमेठी के गौरीगंज का है।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


congress general secretary priyanka gandhi meets party-booth-workers in ame

भाजपा के लिए गुरुवार को आई एक और खुशखबरी, पार्टी ने बिना चुनाव लड़े जीत ली तीसरी विधानसभा सीट


नेशनल डेस्क (ईटानगर). देश में लोकसभा और चार राज्यों की विधानसभा के लिए होने वाले चुनावों से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने तीन विधानसभा सीटें जीत ली हैं। पार्टी ने ये तीनों सीटें अरुणाचल प्रदेश में जीती हैं, जहां लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव भी होना है। खास बात ये है कि पार्टी ने ये सभी सीटें बिना चुनाव लड़े जीती हैं। इनमें से दो सीटें तो 26 मार्च को ही पार्टी के खाते में आ गई थी, वहीं तीसरी सीट उसे गुरुवार को मिली। इस बारे में केंद्रीय मंत्री और अरुणाचल प्रदेश से भाजपा सांसद किरण रिजिजू ने एक ट्वीट करके बताया।

– रिजिजू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई। अरुणाचल प्रदेश की 4-दिरांग विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार श्री फुरपा शेरिंग निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। इनके साथ ही भाजपा के 3 विधानसभा उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं।’
– भाजपा को मिली इस जीत को लेकर भाजपा महासचिव राम माधव ने भी गुरुवार को ट्वीट करते हुए जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश में तीसरी विधानसभा सीट जीत ली है। भाजपा उम्मीदवार फुरपा शेरिंग दिरांग सीट से बिना चुनाव लड़े जीत गए हैं। क्योंकि उनके खिलाफ खड़े हो रहे दो अन्य उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।’
– इससे पहले 26 मार्च को प्रदेश की आलो ईस्ट विधानसभा सीट और याचुली विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। इनमें से आलो ईस्ट विधानसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार केंटो जिनी निर्विरोध चुने गए थे, वहीं 16-याचुली सीट से ताबा तेदिर निर्विरोध चुने गए थे।
– कोई और उम्मीदवार नहीं बाकी रहने की वजह से भाजपा कैंडिडेट चुनावी दौड़ में अकेले रह गए। जिसके बाद उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में 11 अप्रैल को लोकसभा के साथ ही विधानसभा की 60 सीटों के लिए भी मतदान होना था। जो कि अब 57 सीटों के लिए होगा।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें


Ram Madhav twitted BJP has won 3rd Assembly seat in Arunachal. Phurpa Tsering won from Dirang seat uncontested after two other candidates have withdrawn their nominations